Computer Basic part 10 (ADCA - Basic GUI Operating System Details)

Previous Page>>

विषय पाठ्यक्रम:- आज का टॉपिक !

माउस का प्रयोग, ड्रैगिंग, ड्रॉपिंग,

यूजर इंटरफ़ेस, टास्कबार, आइकॉन, स्टार्ट मेन्यू,

कोई भी एप्लीकेशन रन करना, ऑपरेटिंग सिस्टम की सिंपल सेटिंग,

डेट एंड टाइम बदलना, डिस्प्ले प्रोपर्टीज बदलना, विंडोज कंपोनेंट,

माउस प्रोपर्टीज बदलना, प्रिन्टर को एड या रिमूव करना,

डॉयरेक्टरी फाइल, सिस्टम फाइल, प्रोग्राम फाइल,

विंडोज के बेसिक शॉर्टकट, विन कीज शॉर्टकट,

ओनली कमांड्स, एक्सेसबिलिटी शॉर्टकट | 

माउस का प्रयोग एवं आइकन्स को स्क्रीन पर मूव करना:-

माउस एक "प्वॉइण्टिंग डिवाइस" है तथा यह स्क्रीन पर एक विशेष प्रकार के कर्सर "जिसे माउस प्वॉइण्ट कहते है" की लोकेशन को नियंत्रित करता है |

आप जैसे-जैसे माउस को मूव करते है, वैसे-वैसे स्क्रीन पर माउस प्वॉइण्टर का स्थान परिवर्तित होता है | विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में माउस का प्रयोग करने के मुख्य रूप प्वॉइण्टिंग क्लिकिंग, डबल क्लिकिंग, राइट क्लिकिंग तथा ड्रैगिंग एवं ड्रॉपिंग है |

विंडोज के डेस्कटॉप पर स्थित आइटम्स, जोकि आइकन्स के रूप में स्थित होते है, उनको उनके वर्तमान स्थान से विस्थापित करके किसी अन्य स्थान पर स्थित करने के लिए "ड्रैगिंग" एवं "ड्रॉपिंग" प्रक्रिया को अपनाया जाता है |

यूजर इंटरफ़ेस:-

यूजर इंटरफ़ेस प्रत्येक ऑपरेटिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण भाग होता है | यूजर इंटरफ़ेस कंप्यूटर और यूजर के मध्य सेतु का कार्य करता है |

यूजर इंटरफ़ेस का प्रयोग और डिवाइसेज को कनेक्ट करने के लिए किया जाता है | यूजर इंटरफ़ेस दो प्रकार के होते है | 1- कैरेक्टर यूजर इंटरफ़ेस | 2- ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस |

ऐसे प्रोग्राम एवं ऑपरेटिंग सिस्टम जो खास शब्दों एवं अक्षरों में कमाण्ड्स स्वीकार करते है, कैरेक्टर यूजर इंटरफ़ेस (CUI) कहलाते है | ऐसा यूजर इंटरफ़ेस जो यूजर को स्क्रीन पर उपस्थित ऑब्जेक्टस् पर प्वॉइण्ट एवं क्लिक कर कमाण्ड्स देने की अनुमति देता है, ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) कहलाता है |

टास्कबार:-

विंडोज के डेस्कटॉप पर नीचे की ओर दी गई पट्टी जिस पर कुछ बटन्स और आइकन्स प्रदर्शित होते है, वह टास्कबार कहलाती है | टास्कबार पर सबसे बाई ओर एक बटन होता है जिसे स्टार्ट (START) बटन कहते है |

संभवतः टास्कबार विंडोज का अत्यंत महत्वपूर्ण तत्व है, क्योंकि इसका प्रयोग प्रोग्राम को लाँच करने और चल रहे प्रोग्राम्स के मध्य विचरण करने के लिए किया है | विंडोज एक साथ अनेक कार्य कर सकता है, अर्थात यह मल्टी टास्क है |

उदाहरण के लिए:- इसमें सी० डी० से गाने सुनना, नेटवर्क पर स्थित किसी अन्य कंप्यूटर से किसी फाइल को कॉपी करना, पॉवरप्वॉइण्ट से किसी स्लाइड को प्रिंट करना और किसी वर्ड प्रोसेसर में टेक्स्ट को टाइप करना आदि कार्य एक साथ किये जा सकते है |

आइकन्स:-

आइकन एक ग्राफिक ऑब्जेक्ट अर्थात एक पिक्चर होता है, जो किसी फाइल, फोल्डर, शार्टकट, डिस्क ड्राइव को अथवा विंडोज एलीमेंट को दर्शाता है |

आइकन विभिन्न प्रकार के होते है जैसे:- सिस्टम आइकन, एप्लीकेशन आइकन, शार्टकट आइकन तथा डॉक्यूमेंट आइकन आदि |

स्टार्ट मेन्यू:-

टास्कबार के बाई ओर स्टार्ट बटन होता है, इस बटन पर क्लिक करने पर स्टार्ट मेन्यू का प्रदर्शन होता है | की-बोर्ड पर विंडोज Key को दबाने पर भी स्टार्ट मेन्यू का प्रदर्शन होता है |

स्टार्ट मेन्यू में सबसे ऊपर उस यूजर का नाम प्रदर्शित होता है, जोकि उस समय विंडोज का प्रयोग कर रहा है | स्टार्ट मेन्यू हमें कंप्यूटर के सभी भागों को एक्सेस करने की सुविधा प्रदान करता है |

स्टार्ट मेन्यू से हम कंप्यूटर में इनस्टॉल किसी प्रोग्राम को चला सकते है, डिस्क स्पेस की जाँच कर सकते है, फाइल्स का व्यवस्थापन कर सकते है, वर्तमान अकाउंट को लॉग ऑफ और कंप्यूटर को शटडाउन भी कर सकते है |

किसी भी एप्लीकेशन को रन करना:-

विंडोज में किसी भी एप्लीकेशन को रन करने का सबसे प्रचलित और सरल तरीका है कि उस एप्लीकेशन के आइकन पर माउस प्वॉइण्टर को लाकर डबल क्लिक करना | ऐसा करने पर सम्बंधित एप्लीकेशन रन होता है और एप्लीकेशन विंडो का प्रदर्शन मॉनिटर स्क्रीन पर होता है |

किसी भी एप्लीकेशन को रन करने के लिए उस एप्लीकेशन का हमारे कंप्यूटर सिस्टम में इंस्टाल होना बहुत आवश्यक है | हमारे कंप्यूटर में इनस्टॉल्ड विभिन्न एप्लीकेशन्स विंडोज के स्टार्ट मेन्यू के All Programs के अंतर्गत विभिन्न फोल्डर्स में स्थित होते है, जिसमे वांछित एप्लीकेशन के आइकन पर माउस प्वॉइण्टर को लाकर डबल क्लिक करके उसे रन किया जा सकता है |

3- ऑपरेटिंग सिस्टम की सिम्पल सेटिंग:-

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए विभिन्न निर्धारणों को करने के लिए कण्ट्रोल पैनल का प्रयोग किया जाता है | कुछ निर्धारण केवल कण्ट्रोल पैनल के माध्यम से ही होते है, परन्तु कुछ निर्धारण कण्ट्रोल पैनल के बाहर से भी किये जा सकते है |

विंडोज के पहले संस्करणों की भाँति, विंडोज के नए संस्करण में भी कण्ट्रोल पैनल दिया गया है | यह विभिन्न आइकन्स का ऐसा समूह है, जिनका चुनाव करने से हमें ऐसे एप्लीकेशन उपलब्ध होते है, जिनसे विंडोज की सेटिंग में वांछित परिवर्तन करना संभव होता है |

कंप्यूटर सिस्टम में डेट और टाइम बदलना:-

विंडोज की Taskbar पर दाईं ओर Notification Area में वर्तमान समय का प्रदर्शन होता है | कण्ट्रोल पैनल विंडो की Date, Time, Language and Reginal Setting श्रेणी को चुनने पर प्रदर्शित होने वाली Date, Time, Language and Reginal Setting विंडो के दायें भाग में Pick a Task के अंतर्गत दिए गये ऑप्शन Change the date and time अथवा Pick and Control Panel Icon के अंतर्गत दिए गये आइकन Date and Time का प्रयोग कंप्यूटर की तिथि तथा समय का निर्धारण करने के लिए किया जाता है |

विंडोज की Taskbar पर दाई ओर Notification Area पर प्रदर्शित होने वाले वर्तमान समय पर माउस प्वॉइण्टर लाकर Right Click करने पर प्रदर्शित होने वाले शार्टकट मेन्यू के Adjust Date/Time ऑप्शन का प्रयोग करके भी कंप्यूटर की तिथि तथा समय का निर्धारण किया जा सकता है |

डिस्प्ले प्रोपर्टी बदलना:-

विंडोज के कण्ट्रोल पैनल में Appearance and Themes श्रेणी को चुनने पर प्रदर्शित होने वाली Appearance and Themes विंडो में प्रदर्शित होने वाले आइकन ऑप्शन Display का प्रयोग डिस्प्ले प्रोपर्टीज अर्थात् विभिन्न आइकन्स का आकार, विंडोज का आकार, डेस्कटॉप की बैकग्राउंड का रंग एवं ग्राफिक्स आदि का निर्धारण करने के लिए किया जाता है |

विंडोज डेस्कटॉप पर किसी भी रिक्त स्थान अर्थात् आइकन्स के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर माउस प्वॉइण्टर लाकर माउस का दायाँ बटन दबाने अर्थात् राइट क्लिक करने पर प्रदर्शित होने वाले शार्टकट मेन्यू के अंतिम ऑप्शन Properties को Select करके भी किया जा सकता है |

विंडोज कम्पोनेण्ट को एड या रिमूव करना:-

कंप्यूटर में नये प्रोग्राम इंस्टाल करने अथवा अनुप्रयोग इन्सटॉल्ड प्रोग्राम को कंप्यूटर से हटाने के लिए, कण्ट्रोल पैनल की Add or Remove Programs श्रेणी का प्रयोग किया जाता है |

इस श्रेणी को चुनने पर मॉनिटर स्क्रीन पर Add or Remove Programs विंडो का प्रदर्शन होता है | इस विंडो में हमारे कंप्यूटर में इन्सटॉल्ड प्रोग्राम्स की सूची प्रदर्शित होती है | हमें जिस प्रोग्राम्स को Remove अथवा Change करना है, उस पर क्लिक करके, उसमे प्रदर्शित होने वाले कमांड बटन Remove अथवा Change पर क्लिक करते है |

माउस की प्रोपर्टीज को बदलना:-

माउस प्रोपर्टीज को बदलने के लिए कण्ट्रोल पैनल विंडो की Printer and Other Hardware श्रेणी को चुनने पर मॉनिटर स्क्रीन पर Printer and Other Hardware विंडो का प्रदर्शन होता है |

इस प्रदर्शन में भी विकल्प Tasks और Icons के रूप में दिए होते है | इसके दायें भाग में Pick a Control Panel Icon के अंतर्गत दिए गये आइकन Mouse का प्रयोग, कंप्यूटर से सम्बद्ध माउस सम्बन्धी निर्धारण करने के लिए किया जाता है |

इस आइकन पर क्लिक करने से मॉनिटर स्क्रीन पर Mouse Properties डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित होता है | इस डायलॉग बॉक्स में 5 टैब्स होते है:- Buttons, Pointers, Pointer Options, Wheel और Hardware होते है |

प्रिण्टर को एड या रिमूव करना:-

प्रिण्टर को एड या रिमूव करने के लिए कण्ट्रोल पैनल विंडो की Printer and Other Hardware श्रेणी को सेलेक्ट करने पर प्रदर्शित होने वाली Printer and Other Hardware विंडो के दायें भाग में Pick a Control Panel Icon के अंतर्गत दिए गये आइकन Printers and Faxes का प्रयोग किया जाता है |

इस आइकन पर क्लिक करने से मॉनिटर स्क्रीन पर Printers and Faxes विंडो प्रदर्शित होती है | विंडोज के Start मेन्यू Printers and Faxes ऑप्शन पर क्लिक करने पर भी उपर्युक्त विंडो का प्रदर्शन मॉनिटर स्क्रीन पर होता है |

इस विंडो के दायें भाग में हमारे कंप्यूटर में इनस्टॉल किये गये प्रिन्टर्स और फैक्स प्रिन्टर्स के बारे में जानकारी प्रदर्शित होती है |

4- फाइल एवं डायरेक्टरी मैनेजमेन्ट:-

विंडोज में डायरेक्टरी मैनेजमेन्ट के माध्यम से फाइलों एवं फोल्डर्स को व्यवस्थित ढंग से रखा जाता है | इसके अतिरिक्त इसके माध्यम से निम्न कार्यों को किया जाता है, फाइलों की प्रॉपर्टीज को दिखाना एवं उसमें जरुरत पड़ने पर संशोधन करना |

प्रोग्राम्स को निष्पादित करना | कंप्यूटर की डिस्क पर विद्यमान फाइलों या फोल्डर्स की संरचना देखना तथा उन्हें परिवर्तित करना | फाइलों एवं फोल्डर्स को प्रतिस्थापित करना, उनका नाम बदलना, कॉपी करना, नई फाइल व फोल्डर बनाना तथा उन्हें डिलीट करना आदि |

फाइलों के प्रकार:-

कंप्यूटर में डाटा को स्थायी रूप से लम्बे समय के लिए स्टोर करने हेतु फाइलों का प्रयोग किया जाता है | फाइलें सूचनाओं जैसे:- Text, Image, Video आदि को अनेक प्रकार के फोर्मेट्स में स्टोर करती है | प्रयोग के आधार पर फाइलों को निम्न प्रकारों में विभाजित किया जाता है |

1- साधारण फाइल्स:-

इस प्रकार की फाइलें वें फाइलें होती है जिन्हें यूजर द्वारा किसी एप्लीकेशन में क्रिएट किया जाता है | जैसे:- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में क्रिएट की गई .doc फाइल आदि |

2- डायरेक्टरी फाइल्स:-

इन फाइलों को किसी विशेष डायरेक्टरी अथवा फोल्डर में स्टोर किया जाता है | उदाहरण:- Songs नाम के फोल्डर में ऐसी फाइल्स होनी चाहिए, जिसमें अनेक गीत स्टोर किये गये हो |

3- सिस्टम फाइल्स:-

इन फाइल्स को यूजर द्वारा क्रिएट नहीं किया जाता है | ये वे फाइल्स होती है, जो सिस्टम को Run करने के लिए आवश्यक होती है | सामान्यतः ये विंडोज फोल्डर में स्थित होती है |

4- प्रोग्राम फाइल्स:-

सिस्टम में विंडोज के वातावरण में कार्य करने वाले विभिन्न एप्लीकेशन्स को जब इनस्टॉल किया जाता है, तो ये फाइल्स एप्लीकेशन्स को रन करने के लिए आवश्यक होती है | सामान्यतः ये Program Files फोल्डर में स्थित होती है |

1- विंडोज में की-बोर्ड की बेसिक शार्टकट्स:-

Ctrl + C = Copy.

Ctrl + X = Cut.

Ctrl + V = Paste.

Ctrl + Z = Undo.

Ctrl + S = Save.

Ctrl + O = Open.

Ctrl + A = Select All.

Ctrl + N = New Window Open.

Ctrl + Esc = Open Start Menu.

Alt + Tab = Move To Next Open Window.

Alt + Printscreen = Active Window Screenshort.

Alt + F4 = Close Active Window.

F2 = Rename.

F3 = Find.

Alt + Enter = Properties.

Alt + Double Click = Properties.

Ctrl + किसी फाइल या फोल्डर को ड्रैग करना = फाइल को कॉपी करना |

Ctrl + Shift + किसी फाइल या फोल्डर और डेस्कटॉप पर ड्रैग करना = एक शार्टकट क्रिएट करना |

Ctrl + Shift + Esc = विंडोज टास्क-मैनेजर ओपन |

Shift + Delete = परमानेंटली डिलीट |

2- Win Key शॉर्टकट्स:-

Win Key Spacebar के साथ स्थित Alt Key के बाद स्थित होती है |

Win = Open Start Menu.

Win + M = Minimizes all Windows.

Win + F1 = Help

Win + E = Open Windows Drives.

Win + Shift + M = Maximize all Windows.

Win + Tab = Cycle Through Applications On Taskbar.

Win + F = Find Files.

Win + D = Show Desktop.

Win + Pause Break = System Properties.

Win + R = Run का डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित करता है |

Shift + Win + M = सभी Minimize की गई विंडो को Undo करना |

Ctrl + Win + F = Find Controller कंप्यूटर को Find करने के लिए डायलॉग प्रदर्शित करता है |

3- विंडोज Explorer से सम्बंधित Key शॉर्टकटस्:-

F4 = Drop Down Box.

F5 = Refresh.

F6 = Windows Explorer में विभिन्न Panes के बीच Move करता है |

Ctrl + G = Goto

Backspace = Parent Folder में जाने के लिए |

Shift + Close = किसी फोल्डर को उसके Parent Folder के साथ Close करने के लिए |

Right Arrow (➔) = यदि करेंट सेलेक्शन Collapsed होता है, तो उसे Expand करता है |

Left Arrow (⇦) = यदि करेंट सेलेक्शन Expanded होता है, तो उसे Collapse करता है |

4- साधारण की-बोर्ड की ओनली कमाण्ड्स:-

F1 = Any Help.

F10 = Menu Mode में जाने के लिए |

Shift + F10 = Selected Item के लिए Context Menu प्रदर्शित करता है |

Alt + M (जब Focus टास्कबार पर होता है) = सभी विंडोज को Minimize करता है |

5- एक्सेसबिलिटी शॉर्टकटस्:-

A- Shift Key को 5 बार दबाने पर Sticky Keys ऑन/ऑफ होती है |

B- दाहिनी ओर की Shift Key को 8 सेकंड तक दबाए रखने पर Filter Keys ऑन/ऑफ होती है |

C- 5 सेकण्ड तक Numlock को दबाये रखने पर Toggle Keys ऑन/ऑफ होती है |

D- Left Alt + Left Shift + Print Sysrq को दबाने से High Contrast को ऑन/ऑफ करते है |

Next Page>>

Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post